राष्ट्रीय

महाराष्ट्र में सरकार गठन में देरी, मुख्यमंत्री पद पर सस्पेंस जारी

महाराष्ट्र में सरकार गठन में देरी, मुख्यमंत्री पद पर सस्पेंस जारी

महाराष्ट्र।  महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के परिणाम एक हफ्ते पहले घोषित हुए, लेकिन राज्य में अब तक सरकार का गठन नहीं हो सका है। हाल ही में संपन्न हुए चुनाव में महायुति गठबंधन को भारी बहुमत प्राप्त हुआ है, लेकिन मुख्यमंत्री के नाम को लेकर अब भी स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है।

देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री बनने के करीब
सूत्रों के मुताबिक, भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री पद के लिए सबसे आगे चल रहे हैं। दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ गुरुवार को हुई बैठक में एकनाथ शिंदे को यह संकेत मिल चुका है कि देवेंद्र फडणवीस ही राज्य के अगले मुख्यमंत्री होंगे।

शुरुआत में एकनाथ शिंदे डिप्टी मुख्यमंत्री बनने के लिए तैयार नहीं थे, लेकिन अब उनके रुख में नरमी आई है। हालांकि, शिंदे गृह मंत्रालय अपने पास रखना चाहते हैं। मंत्रालयों के बंटवारे को लेकर अब भी पेंच फंसा हुआ है, जो सरकार गठन में देरी का कारण बन रहा है।

शिंदे-फडणवीस और अजित पवार की बैठक रद्द
महाराष्ट्र में महायुति गठबंधन के तीन प्रमुख नेताओं— देवेंद्र फडणवीस, एकनाथ शिंदे और अजित पवार की आज (29 नवंबर) को मुंबई में बैठक तय थी, लेकिन रिपोर्ट के मुताबिक, यह बैठक रद्द हो गई। सूत्रों के अनुसार, एकनाथ शिंदे अचानक अपने गांव सतारा रवाना हो गए, जिससे इस बैठक को टाल दिया गया। इसके बाद अटकलें लगाई जा रही हैं कि शिंदे सरकार गठन की बातचीत से असंतुष्ट हैं। हालांकि, यह भी कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री पद पर सस्पेंस अब समाप्त हो चुका है, लेकिन मंत्रियों के विभागों के बंटवारे पर अभी भी मतभेद हैं।

शिंदे ने बैठक को बताया ‘सकारात्मक’
अमित शाह से मुलाकात के बाद एकनाथ शिंदे ने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि बैठक ‘अच्छी और सकारात्मक’ रही। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री के नाम पर निर्णय राज्य की राजधानी में महायुति गठबंधन की एक और बैठक में लिया जाएगा। शिंदे ने यह भी कहा कि वह सरकार गठन में कोई रुकावट नहीं डालेंगे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा अमित शाह द्वारा लिए गए फैसलों का सम्मान करेंगे।

चुनाव परिणाम और सीटों का बंटवारा
महाराष्ट्र विधानसभा की 289 सीटों पर हुए चुनाव में महायुति गठबंधन (भा.ज.पा., शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी) को 235 सीटें मिलीं, जबकि विपक्षी महाविकास अघाड़ी को केवल 49 सीटें मिलीं। भाजपा ने 149 सीटों पर चुनाव लड़ा और 132 सीटों पर जीत हासिल की। वहीं, एकनाथ शिंदे की शिवसेना को 57 और अजित पवार की एनसीपी को 41 सीटें मिलीं। सरकार गठन के लिए गठबंधन को 145 सीटों की आवश्यकता है, जो वह आसानी से हासिल कर चुके हैं।

महाराष्ट्र में अब तक सरकार गठन में देरी के कारण मुख्यमंत्री पद को लेकर सस्पेंस बना हुआ है, और मंत्रियों के विभागों के बंटवारे पर अब भी अंतिम निर्णय नहीं लिया जा सका है।