उत्तराखंड

वर्ल्ड आयुर्वेद कांग्रेस- नया रिकार्ड बना सकता है उत्तराखंड

वर्ल्ड आयुर्वेद कांग्रेस- नया रिकार्ड बना सकता है उत्तराखंड

आयोजन में भाग लेने के लिए साढे़ छह हजार रजिस्ट्रेशन से उम्मीदों को लगे पंख

12 दिसंबर से आरंभ हो रहा महा आयोजन, 15 दिसंबर तक चलेगा

देहरादून। वर्ल्ड आयुर्वेद कांग्रेस एवं आरोग्य एक्सपो-2024 में उत्तराखंड नया रिकार्ड बना सकता है। आयुर्वेद के इस महाकुंभ के लिए हो रहे रजिस्ट्रेशन से ऐसे संकेत उभर रहे हैं। अभी तक साढे़ छह हजार रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं। कार्यक्रम 12 दिसंबर से शुरू होना है। पिछले वर्ष गोवा में आयोजित इस आयोजन के नौवें संस्करण में सबसे ज्यादा 5102 डेलीगेट्स पहुंचे थे। जिस हिसाब से रजिस्ट्रेशन हुए हैं, उसके मुताबिक ही डेलीगेट्स की उपस्थिति रहने पर उत्तराखंड के नाम एक उपलब्धि दर्ज होना तय है।

वर्ष 2002 से वर्ल्ड आयुर्वेद कांग्रेस के आयोजन हो रहे हैं। इस बार मेजबानी का अवसर उत्तराखंड को मिला है। अब तक के इस आयोजन के सफर में डेलीगेट्स की संख्या बढ़ती-घटती रही है। मगर रजिस्ट्रेशन को पैमाना माने, तो उत्तराखंड के लिए अच्छी तस्वीर दिखाई दे रही है। देवभूमि उत्तराखंड आने में डेलीगेट्स की दिलचस्पी नजर आ रही है। आयुष सचिव रविनाथ रामन के अनुसार अभी तक साढे़ छह हजार रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं। इस महा आयोजन की तैयारी जोरों पर है और इसे अभूतपूर्व बनाने की पूरी कोशिश की जा रही है।

देशों की संख्या, प्रतिनिधियों पर भी नजर
वर्ल्ड आयुर्वेद कांग्रेस एवं आरोग्य एक्सपो-2024 में देशों की संख्या और प्रतिनिधियों पर भी उत्तराखंड की नजर है। पिछले वर्ष गोवा में आयोजित इस आयोजन में सबसे ज्यादा 53 देशों ने भागीदारी की थी। विदेशी प्रतिनिधियोें की संख्या भी पिछले वर्ष ही सबसे ज्यादा रही थी और 295 विदेशी प्रतिनिधि आयोजन का हिस्सा बने थे। इस बार उत्तराखंड 54 से ज्यादा देशों के प्रतिनिधित्व की उम्मीद कर रहा है। इसी तरह, विदेशी प्रतिनिधियों की संख्या को लेकर भी निगाहें टिकी हैं।

उत्तराखंड आयुष की धरती है। हमारा सौभाग्य है कि उत्तराखंड में आयुर्वेद का यह विश्वस्तरीय आयोजन हो रहा है। मुझे उम्मीद है कि विषय विशेषज्ञों के विचार मंथन से आयुर्वेद के क्षेत्र में पूरे विश्व को जगाने का काम करेगा।
पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री