उत्तराखंड

युवाओं को नशे के दुष्परिणाम बताते हुए स्वस्थ जीवनशैली की ओर प्रेरित करना होगा -स्पीकर

युवाओं को नशे के दुष्परिणाम बताते हुए स्वस्थ जीवनशैली की ओर प्रेरित करना होगा -स्पीकर

सामूहिक प्रयास से नशे के खिलाफ लोगों को जागरूक करना होगा-जस्टिस धूलिया

देहरादून। रायपुर स्थित क्रिकेट स्टेडियम में ऑल इण्डिया लायर्स स्पोर्ट्स एसोसिएशन और देवभूमि लायर्स क्रिकेट एसोसिएशन के संयुक्त तत्वावधान में नशे के विरोध में एक महत्वपूर्ण सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार में सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश व मुख्य अतिथि सुधांशु धूलिया ने कहा कि वर्तमान में युवा पीढ़ी नशे जैसी आदतों से दूर रखने के लिए बेहतरीन प्रयास करने होंगे। समाज में जन जागरूकता के जरिये युवाओं को नशे के कुप्रभाव के बारे में लोगों को जागरूक करना होगा। सामूहिक प्रयास से इस बुराई से निपटा जा सकता है।

सेमिनार के मुख्य विषय “नशीले पदार्थ और युवाओं पर इसका प्रभाव” पर बोलते हुए स्पीकर ऋतु खण्डूडी भूषण ने कहा कि इक्कीसवीं सदी का युवा ऊर्जावान है हमें उसे रचनात्मकता की ओर ले जाना होगा “हमारे युवा देश का भविष्य हैं। यदि वे ड्रग्स की गिरफ्त में आ जाते हैं, तो यह न केवल उनके व्यक्तिगत जीवन को प्रभावित करता है, बल्कि पूरे समाज के विकास को भी बाधित करता है।”

उन्होंने कहा कि ड्रग्स का सेवन मानसिक स्वास्थ्य, पारिवारिक संबंधों और शारीरिक स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डालता है। उन्होंने कहा कि समाज में नशे की समस्या तेजी से बढ़ रही है, और इसके दुष्परिणामों को रोकने के लिए हमें सामूहिक प्रयास करने की आवश्यकता है।

हम सभी जानते हैं कि नशे की लत से युवा मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक रूप से कमजोर हो जाते हैं। यह उनके शिक्षा, करियर और सामाजिक संबंधों को प्रभावित करता है। ऐसे में, हमारा दायित्व बनता है कि हम न केवल स्वयं को, बल्कि अपने दोस्तों और परिवारों को भी इस समस्या के हल निकालने में सहभागी बनायें ।

विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि आज हम यहाँ इसलिए एकत्र हुए हैं ताकि इस गंभीर समस्या के खिलाफ एकजुट हो सकें। समाज में सन्देश देना होगा कि जागरूकता ही इसका बचाव है । शिक्षा और संवाद के माध्यम से हम युवाओं को इस दिशा में प्रेरित कर सकते हैं कि वे ड्रग्स के दुष्परिणामों से अवगत हों और स्वस्थ जीवनशैली की ओर अग्रसर हों।
राज्य सरकार ने इस दिशा में कई कदम उठाए हैं, लेकिन यह एक सामूहिक प्रयास है। प्रत्येक नागरिक, विशेषकर युवा वर्ग, को अपनी भूमिका निभानी होगी। हमें एक सशक्त समाज की आवश्यकता है, जहाँ नशे का स्थान न हो।

सेमिनार में अनेक न्यायधीशों, वकीलों व विशेषज्ञों भी भाग लिया, जिन्होंने अपने विचार साझा किए और ड्रग्स से निपटने के लिए उपायों पर चर्चा की। विभिन्न खेल गतिविधियों के माध्यम से युवाओं में सकारात्मकता और स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भावना को बढ़ावा देने पर जोर दिया गया।

सेमिनार के पश्चात ऑल इंडिया लॉयर्स स्पोर्ट्स एसोसिएशन और देवभूमि लॉयर्स क्रिकेट एसोसिएशन के बीच क्रिकेट मैच का आयोजन किया गया।

इस दौरान कार्यक्रम में जस्टिस सुप्रीम कोर्ट ऑफ़ इंडिया सुधांशु धूलिया ,जस्टिस अत्ताऊ रहमान मसूदी, जस्टिस पंकज पुरोहित, जस्टिस आलोक वर्मा, पूर्व जस्टिस यूसी ध्यानी, पूर्व जस्टिस लोकपाल सिंह ,पूर्व जस्टिस एन एस धानिक ,पूर्व जस्टिस जे सी एस रावत, बार एसोसिएशन हाई कोर्ट के अध्यक्ष डी एस मेहता ,बार एसोसिएशन हाई कोर्ट सचिव वीरेंद्र सिंह रावत आदि मौजूद रहे।

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